Product Description
ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा कृषà¥à¤£à¤¾ सोबती ‘ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा’ à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ दिलचसà¥à¤ª उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ है जिसमें न कोई नायक है और न खलनायक। इसमें पंजाब का à¤à¤• गाà¤à¤µ है जिसमें रहते हैं ज़िनà¥à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤², जाà¤à¤¬à¤¾à¤œà¤¼ लोग...‘ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा’ की कहानी इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ लोगों के साथ बहती है और इन लोगों के साथ ही खेत-खलिहानों, परà¥à¤µ-तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚, लड़ाई-à¤à¤—ड़ों से गà¥à¤œà¤¼à¤°à¤¤à¥‡ हà¥à¤ सूदखोर, साहूकारों और ग़रीब किसानों के दिलों का जायज़ा लेती है...आदमी और आदमी के बीच फ़रà¥à¤•़ डालनेवाले क़ानून और à¤à¤¸à¥‡ ही तमाम यथारà¥à¤¥ से गà¥à¤œà¤¼à¤°à¤¤à¥€ हà¥à¤ˆ यह कहानी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जीवन-दरà¥à¤¶à¤¨ को उसकी समगà¥à¤°à¤¤à¤¾ में सहेजते-समà¤à¤¤à¥‡ हà¥à¤ बढ़ती है और गढ़ती है कथà¥à¤¯ और शिलà¥à¤ª का à¤à¤• नया पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨! ‘ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा’ के पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ में आपको बादशाह और फ़क़ीर, शहंशाह, दरवेश और किसान à¤à¤• साथ खेतों की मà¥à¤à¤¡à¥‡à¤¼à¤°à¥‹à¤‚ पर खड़े मिलेंगे। ‘ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा’ कृषà¥à¤£à¤¾ सोबती की विलकà¥à¤·à¤£ à¤à¤¾à¤·à¤¾-सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ का à¤à¥€ परिचायक है। अपने à¤à¤¾à¤·à¤¾ संसà¥à¤•ार के घनतà¥à¤µ, जीवनà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤‚जलता और समà¥à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤·à¤£ से कृषà¥à¤£à¤¾ सोबती ने हमारे समय के अनेक पेचीदा सच आलोकित किठहैं। ‘ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा’ उनका à¤à¤¸à¤¾ उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ है जिसने हिनà¥à¤¦à¥€ के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• लेखन के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पाठकों का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ पैदा किया! किसी यà¥à¤— में, किसी à¤à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में à¤à¤•-दो लेखक ही à¤à¤¸à¥‡ होते हैं जिनकी रचनाà¤à¤ साहितà¥à¤¯ और समाज में घटना की तरह पà¥à¤°à¤•ट होती हैं... और कहने की आवशà¥à¤¯à¤•ता नहीं कि ‘ज़िनà¥à¤¦à¤—ीनामा’ की लेखिका à¤à¤¸à¥€ ही हैं जो अपनी à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• ऊरà¥à¤œà¤¾ और कलातà¥à¤®à¤• उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ के लिठपà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§ पाठक वरà¥à¤— को लगातार आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ करती रही हैं।
Product Details
Title: | Zindaginama (Hindi) |
---|---|
Publisher: | Rajkamal Prakashan |
ISBN: | 9788126717422 |
SKU: | BK0442568 |
EAN: | 9788126717422 |
Number Of Pages: | 391 |
Language: | Hindi |
Binding: | Paperback |